ब्रह्माकुमारी आगरा आर्ट गैलेरी म्यूज़ियम द्वारा सीआईएसएफ CISF स्टाफ के लिए ब्रह्मा कुमारीज तनाव प्रबंधन का सेशन रखा गया।
म्यूज़ियम इंचार्ज बी.के. दीदी ने बताया की आज की इस दौड़ती भागती जिंदगी में मनुष्य अपने लिए टाइम नहीं निकाल पाता, लेकिन इस सहज राजयोग के अभ्यास से हम अपनी दैनिक जीवन में मेडिटेशन को शामिल कर सकते हैं। इसके लिए हमें स्ट्रेस के कारणों को जानना होगा।
बी.के माला दीदी ने बताया की परमात्मा इस धरा पर आकर हमें भारत का प्राचीन योग सिखाते हैं। आज दुनिया मैं जो युद्ध का चल रहा है उससे पूरी दुनिया में डर व तनाव बना हुआ है। इसलिए इस कठिन समय में हमें अपनी आत्मा को शत-शत और शक्तिशाली बनाना है जिसके लिए नित्य मेडिटेशन की अभ्यास की आवश्यकता है।
बी.के. संगीता बहन ने बताया की भारत का प्राचीन राजयोग और योगा में क्या अंतर है। मेडिटेशन और मेडिकेशन में क्या अंतर है। जैसे शरीर की बीमारी क्यों होती है क्योंकि शरीर का इम्यूनिटी स्तर नीचे होता है तो बीमारियां घेर लेती है।वैसे ही जब मन बुद्धि की इम्युनिटी कम होती है तो तनाव और स्ट्रेस हावी हो जाता है। जिसके कारण मनुष्य आत्मा कमजोर थकी हुई अनुभव करती है। तनाव के कारण है भूतकाल का, वर्तमान ( अंतरिक और बाहर ) का और भविष्य का। आज बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सबको स्ट्रेस है यह स्ट्रेस बढ़ते बढ़ते टेंशन का रूप ले लेता है। स्ट्रेस को कम करने के लिए बीके संगीता बहन ने कुछ रीक्रिएशनल एक्टिविटीज कराई, आत्मा और परमात्मा का परिचय दिया। योग के माध्यम से कैसे कनेक्शन जोड़ा जाता है यह विस्तार में बताया।
बी.के. गीता बहन ने स्ट्रेस कम करने के लिए और दैनिक जीवन में मेडिटेशन शामिल करने के लिए मेडिटेशन कमेंट्री द्वारा एक stress-free environment बनाया।